पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का भावपूर्ण नमन


शामली। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की 29वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेसियों ने उन्हें भावपूर्ण श्र(ांजलि अर्पित की। इस अवसर पर एसटी तिराहा स्थित एकता पार्क में पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनका स्मरण किया गया तथा कार्यकर्ताओं से उनके बताए मार्ग पर चलने का आहवान किया गया। जानकारी के अनुसार पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की 29वीं पुण्यतिथि पर गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें भावभीनी श्र(ांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा एसटी तिराहा स्थित एकता पार्क में पूर्व प्रधानमंत्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके बताए मार्ग पर चलने का आहवान किया। जिलाध्यक्ष दीपक सैनी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को 21वीं सदी का भारत का निर्माता कहा जाता है। 40 वर्ष की आयु में प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी ने आधुनिक भारत की नींव रखने की दिशा में काम किया। वे सबसे युवा प्रधानमंत्री रहे, पांच वर्षों में उन्होंने देश की जनता के दिलो दिमाग में अपनी अमिट छाप छोडी और अपने कार्यकाल में ऐसे कार्य किए जिन्हें आज भी याद किया जाता है। राजीव गांधी को डिजिटल इंडिया का आर्किटेक्ट और सूचना तकनीक व दूरसंचार क्रांति का जनक कहा जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने वोट देने की आयु सीमा भी 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष किया था। वे भारत में कप्यूटर लाए, पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त किया तथा देश में 551 नवोदय विद्यालयों की स्थापना की। इस अवसर पर उन्हांेने सभी कार्यकर्ताओं से पूर्व प्रधानमंत्री के जीवन से प्रेरणा लेकर उनके बताए मार्ग पर चलने का आहवान किया। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष अनुज गौतम, श्यामलाल शर्मा, प्रवीण तरार, जावेद खान, प्रतीक अग्रवाल, धर्मेन्द्र कांबोज, धीरज उपाध्याय, हारून अंसारी, नरेन्द्र मलिक, राकेश शर्मा, डा. राजीव वशिष्ठ, राजेश मिश्रा, लोकेश कटारिया आदि भी मौजूद रहे। दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने लॉक डाउन का पालन करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्र(ांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आधुनिक भारत और भारत में सूचना क्रांति के जन्मदाता स्व. राजीव गांधी की विकेन्द्रीकरण और सूचना प्रौद्योगिकी जैसी दूरदर्शी सोच और दिशा पर आज भी भारत निर्भर है। राजीव गांधी का निधन 21 मई 1991 को पेरूम्बुदुर में एक बम विस्फोट में हो गया था। इतिहास में 21 मई के काले दिन को राजीव गांधी जी के शहादत दिवस के रूप याद किया जाता रहेगा । इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जरूरतमंद लोगों को 51 खाद्य किट का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर पूर्व शहर अध्यक्ष वैभव गर्ग, ओमबीर उपाध्याय, रविन्द्र आर्य आदि भी मौजूद थे।